नवजोत सिंह सिद्धू को हो गई जेल

      

           नवजोत सिंह सिद्धू 

                         का कांड 

                     आ गया सामने 


  34 साल पुराना केस अब जाके हुआ सच साबित हमारे पुराने क्रिकेटर  या बीजेपी के नेता नवजोत सिंह सिद्धू इनका पुराना 34 साल पुराना कांड आ गया है सामने 27 दिसंबर 1988 की शाम  नवजोत सिंह सिद्धू अपने दोस्त के साथ पटयला की शेरावाली गेट की  मार्केट पहुचे उस वक्त सिद्धू क्रिकेट मै भी आगाए थे


 उनको क्रिकेट मै 1 साल भी होंगाया था मार्केट मै नवजोत सिंह सिद्धू की 65 साल के बुजुर्ग गुरनामसिंह के साथ कर पार्किंग को  लेकर कहा सुनी हो गई और फिर बात हाथापाई पर पोहोच गई और फिर नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरनामसिंह को घुटने से मारा और वो वहीं जमीन पर गिर गए फिर उनको किसी हॉस्पिटल ले जाया गया फिर वहां पर गुरनाम सिंह की मौत हो गई


 और नवजोत सिंह सिद्धू पर ये भी आरोप था कि उन्होन गुरनाम सिंह को हॉस्पिटल जाने से भी रोका था 

पर रिपोर्ट में यह आया था कि गुरनाम सिंह की मौत दिल का दोहरा पड़ने से हुई थी।

और उसी दिन नवजोत सिंह सिद्धू और उनके मित्र पर गैरइरादतन हत्त्या का केस दर्ज किया गया था ।



1999 मै सेशेन कोर्ट ने केस को खारिज कर दिया 

फिर साल 2002 मै पंजाब सरकार ने नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ है कोर्ट मै अपील की इसी के चलते नवजोत सिंह सिद्धू राजनीति मै आए 2004 मै नवजोत सिद्धू ने बीजेपी BJP की वोर से चुनाव लडा और वो जीतकर भी आ गए दिसम्बर 2006 मै हाईकोर्ट का फैसला आया 


कोर्ट ने सिद्धू और उनके दोस्त रूपेंद्र सिह को 3-3 साल की सजा सुनाई और दोनों पर एक एक लाख का जुर्माना भी लगाया और इस दौरान सिंधु ने लोकसभा से इस्तीफा भी दे दिया था (इंडिया टीवी) INDIA TV के एक इंटरव्यू में सिंधु ने माफी मांगी थी और उन्होंने ये भी कहा था कि उनका किसी की जान लेनेका बिल्कुल भी इरादा नहीं था और उन्होंने कहा था कि उन्हें अपने किए पर बोहोत पछतावा है 2006 मै आए तीन तीन साल की सजा के खिलाफ सिद्धू सुप्रीम कोर्ट गए सिद्धू की और से बीजेपी (BJP) के नेता अरुण जेटली ने केस लडा था



 सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी गई थी फिर उसके बाद साल 2007 मै फिर अमृतसर   से चुनाव जीते 1988 के मामले में सिद्धू पर 2 केस है पहिला गैरेराड़तन हत्था और दूसरा रोडरेज का सन मई 2018 मै पंजाब हरियाणा हाईकर्ट ने संधू और सिद्धू  को दोषी ठहराते हुए 3-3 साल की सजा सुनाई गई ये मामला भी सुप्रीम कोर्ट पोहचा पर सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू और संधू को सभी अरोपोसे से बरी कर दिया गया थापर पीड़ित के घर वालो ने हर नहीं मनी और फिर से सिद्धू से याचिका दर्ज की और अब जाकर सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले को पलट कर सिद्धू को 1 साल की सजा सुनाई है।

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